जो बच्चे उसे कभी कभी याद करते हैं, उन्हें भी गले लगा लेती है। जो बच्चे उसे कभी कभी याद करते हैं, उन्हें भी गले लगा लेती है।
सब को खिलाकर आखिर में भोजन ग्रहण करती सब को खिलाकर आखिर में भोजन ग्रहण करती
वो भाई हैं जो पिता बन मायके में बचपन सी खुशी देते हैं। वो भाई हैं जो पिता बन मायके में बचपन सी खुशी देते हैं।
बिखर गई थी भीनी सी एक खुशबू जीवंत हो उठे कुछ विस्मृत अद्वितीय पल । बिखर गई थी भीनी सी एक खुशबू जीवंत हो उठे कुछ विस्मृत अद्वितीय पल ।
गोदी में ले आँचल से ढक,हर पल छाया करती थी। गोदी में ले आँचल से ढक,हर पल छाया करती थी।
जब पतझड़ सी ज़िन्दगी में गुलाब का कोई फूल आए तो ज़िन्दगी एक हसीन ख़्वाब बन जाती है। जब पतझड़ सी ज़िन्दगी में गुलाब का कोई फूल आए तो ज़िन्दगी एक हसीन ख़्वाब बन जाती है।